"ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय |
धीमहि तन्नः परशुराम: प्रचोदयात् ||"

" विप्र सहयोग सुरक्षा और सम्मान, ब्राम्हणों की एकता, ब्राह्मणत्व विस्तार, प्रशिक्षण व सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध एक समूह, किसी भी अन्य जाति से घृणा किये बिना विश्व के सर्व ब्राह्मणों के हितों का संरक्षण करना परिषद् का एकमात्र उद्देश्य है।"

जहां सुमति तहां संपति नाना |
जहां कुमति तहां विपति निदाना ||

अखिल भारतीय ब्राह्मण एकीकृत परिषद् में आपका हार्दिक स्वागत है