एक रचना ब्राह्मणों को समर्पित रचनाकार – पंडित सी बी त्रिपाठी नौगांव

ब्राह्मण होकर के ब्राह्मण का
आप सभी सम्मान करो
चाहें जितना ऊंचा पद हो
‌ पद का नहीं गुमान करो

ब्राह्मण चाहे कोई भी हो
मत उसका अपमान करो
जो गरीब हो अपना ब्राह्मण
धन देकर धनवान करो

हो गरीब ब्राह्मण की बेटी
मिलकर कन्या दान करो
अगर ब्राह्मण लड़े चुनाव
शत प्रतिशत मतदान करो

हो बीमार कोई भी ब्राह्मण
उसे रक्त का दान करो
बिन घर के कोई मिले ब्राह्मण
उसका खड़ा मकान करो

हो गरीब ब्राह्मण मामला
बिना फीस के काम करो
अगर ब्राह्मण दिखता भूखा
भोजन का इंतजाम करो

अगर ब्राह्मण की हो फाईल
शीघ्र काम श्री मान करो
ब्राह्मण की लटकी हो राशि
शीघ्र आप भुगतान करो

ब्राह्मण को गर कोई सताये
उसकी आप पहचान करो
अगर जरूरत हो ब्राह्मण को
घर जाकर श्रमदान करो

अगर मुसीबत में हो ब्राह्मण
फौरन मदद का काम करो
अगर ब्राह्मण दिखे वस्त्र बिन
उसे वस्त्र का दान करो

अगर ब्राह्मण दिखे उदासा
खुश करने का काम करो
अगर ब्राह्मण घर पर आये
तिलक लगा सम्मान करो

अगर फोन पर बाते करते
पहले श्री परसुराम करो
अपने से हो बड़ा ब्राह्मण
उसको आप प्रणाम करो

गुण अपने भाई के गाओ
‌ अपना मत गुणगान करो
अपने भाई का गल्ती से
कभी नहीं नुकसान करो

चाल चलो न मत कछुये की
ऊंची आप उड़ान भरो
अपने भाई की खातिर भी
अपनी जान कुर्बान करो

मदद करो पढ़ने में सबकी
तुम नेकी का काम करो
बेटी बेटा हो ब्राह्मण का
कापी पुस्तक दान करो

सुबह सुबह उठकर के भैया
बड़े भोर स्नान करो
तिलक लगाकर के मस्तिष्क पर
फिर घर से प्रस्थान करो

बेरोज़गार हो कोई ब्राह्मण
उसकी खड़ी दुकान करो
जहां दुकान ब्राम्हण की हो
वहीं लिया समान करो
रचयिता
इंजी•सी बी त्रिपाठी नौगाॕव
प्रदेश अध्यक्ष
अखिल भारतीय ब़ाह्मण एकीकृत परिषद
🚩 || जय श्री परशुराम || 🙏🏻

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